अब भी कुछ पुरुष महिलाओं को अपने पैर की जूती समझते हैं, हालांकि ऐसा नही है। फ़िल्म "अटल फ़ैसला" इसी प्रकार की सोच रखने वालों के लिए एक स्ट्रॉन्ग मैसेज देती है।" यह कहना है आने वाली हिंदी फिल्म अटल फैसला के हीरो साहिल का, जो निर्माता निर्देशक और लेखक अब्दुल सत्तार की इस हार्ड हिटिंग फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभाई है ।
4 मई को रिलीज होने जा रही इस फ़िल्म की कहानी राजस्थान के बैक ड्राप पर आधारित है। इस फ़िल्म में शीतल ने साहिल के अपोज़िट काम किया है दरअसल यह फ़िल्म महिला प्रधान सिनेमा है।
इस फ़िल्म को ऑल इंडिया रिलीज़ कर रहे है बिग कर्टन्स मीडिया के शकील हाशमी। फ़िल्म के संगीतकार नज़ाकत शुजात, अली गनी और रफ़ीक़ सागर हैं। फ़िल्म का म्यूजिक राइट ज़ी म्यूजिक के पास है।
कई मराठी फ़िल्मे करने के बाद इस फ़िल्म से बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही शीतल ने अटल फैसला की कहानी को एक सच्ची घटना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि जब मैंने इसकी स्क्रिप्ट सुनी तो मैं दहल गई कि किसी महिला पर इतना ज़ुल्म कैसे हो सकता है, कोई औरत इतने दुख दर्द कैसे सह सकती है। मैं फिल्मकार अब्दुल सत्तार की सोच की प्रशंसा करूँगी कि उन्होंने एक वुमेन ओरिएंटेड मूवी बनाई।
( फोटोग्राफर - राजेश कुरील )
4 मई को रिलीज होने जा रही इस फ़िल्म की कहानी राजस्थान के बैक ड्राप पर आधारित है। इस फ़िल्म में शीतल ने साहिल के अपोज़िट काम किया है दरअसल यह फ़िल्म महिला प्रधान सिनेमा है।
इस फ़िल्म को ऑल इंडिया रिलीज़ कर रहे है बिग कर्टन्स मीडिया के शकील हाशमी। फ़िल्म के संगीतकार नज़ाकत शुजात, अली गनी और रफ़ीक़ सागर हैं। फ़िल्म का म्यूजिक राइट ज़ी म्यूजिक के पास है।
कई मराठी फ़िल्मे करने के बाद इस फ़िल्म से बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही शीतल ने अटल फैसला की कहानी को एक सच्ची घटना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि जब मैंने इसकी स्क्रिप्ट सुनी तो मैं दहल गई कि किसी महिला पर इतना ज़ुल्म कैसे हो सकता है, कोई औरत इतने दुख दर्द कैसे सह सकती है। मैं फिल्मकार अब्दुल सत्तार की सोच की प्रशंसा करूँगी कि उन्होंने एक वुमेन ओरिएंटेड मूवी बनाई।
( फोटोग्राफर - राजेश कुरील )
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