0






'द डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर' एक 25 वर्षीय महिला की रोमांचक कहानी है, जैसे-जैसे उपन्यास की कहानी आगे बढ़ती है, उसमें वैसे-वैसे किरदारों के बारे में बताया गया है. 'द डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर' एक सत्य घटना पर आधारित कहानी है. इस शानदार उपन्‍यास की लेखिका रायशा लालवाणी हैं.  

आपको बता दें, रायशा लालवाणी एक मां, स्‍टोरी ट्रेलर, दिन में गृहणी, रात में लेखिका हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा रायशा ने इंटरनेशनल बिजनेस में मास्टर्स किया. लेखन उनके जीवन में एक दिलचस्प मोड़ की तरह हिस्सा बना. रायशा के लेखन की कहानी उनके बचपन से ही शुरू हो चुकी थी, जब उन्होंने बड़े-बड़े शहरों में लोगों की जीवनी को एक किरदार के रूप में समझा.
लाखों महिलाएं रायशा की प्रशंसक हैं, जिस तरह वो कई कामों को एक साथ करने में सक्षम हैं वो काफी सराहनीय है. दुबई में रहते हुए वे जिस तरह एक मां का फर्ज, गृहणी की भूमिका और व्यावसायिका के साथ-साथ लेखिका का कर्तव्य निभा रही हैं, उससे कई लोगोंं को प्रेरणा मिलती है.
किताब के बारे में कुछ रोचक बातें-
'द डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर' शीर्षक नामक की किताब में मात्र यह नहीं लिखा गया है कि, एक लड़की और उसके जीवन में आने वाली समस्याओं से किस तरह लड़ती है. उसमें यह भी दिखाया गया है कि, हम इस समाज में किस तरह जीवन व्यतीत कर रहे हैं, और हम सब लोग एक ही तरह का अनुभव क्यूं कर रहे हैं. हरिहरन ,स्मिता पारेख ,आश्विन संघी ,सलीम मर्चेंट ,पंकज दुबे ने रायशा लालवानी की बहुत तारीफ की।  इस बुक लांच में सोनम कपूर के अलावा यूनियन मिनिस्टर बाबुल सुप्रियो, अभिनेता मनजोत और कई जानेमाने लोग आनेवाले हैं।  

Post a Comment

 
Top