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दुनियाभर में अपनी सूफी गायकी का जादू बिखेरने वाली वडाली बर्दस की जोड़ी भले ही पदमश्री पूर्णचंद वडाली के छोटे भाई प्यारे लाल वडाली के निधन से टूट गई हो, लेकिन लखविंदर वडाली अपने पिता पूर्णचंद वडाली के साथ जोड़ी बनाकर भाई की कमी को पूरा करने की कोशिश करते हुए पंजाबी सूफी गायन को आगे बढ़ा रहे हैं। पिता और पुत्र की इस जोड़ी ने यशराज स्टूडियो में आकर सिनेमिर्ची प्रोडक्शन्स की फिल्म 'लस्ट वाला लव' का सूफी गीत रिकार्ड कर उन यादों को फिर से ताज़ा कर दिया, जब पूर्णचंद और प्यारेलाल वडाली ने यहां फिल्म 'तनु वेड्स मनु' का गीत रंगरेज रिकार्ड किया था और यह गीत हिट भी हुआ। पूर्णचंद वडाली को विश्वास है कि 'लस्ट वाला लव' का सूफी गीत 'तेरा हुआ है कर्म' भी श्रोताओं की रूह से जुड़़ेगा। इस सूफी गीत को संगीत से सजाया है सूफियान भट्ट ने। लखविंदर वडाली कहते हैं कि पाजी की उम्र के गायकों ने अब गाना छोड़ दिया है लेकिन ये आज भी दमखम के साथ लाइव शोज़ कर रहे हैं जो एक मिसाल है। डायरेक्टर रतन पसरीचा के लिखे गीत ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि वो खुद को गाने से रोक नहीं पाए। मैं खुद हैरान हूं कि फिल्मी गीतों से दूर रहने वाले पाजी ने लंबे समय के बाद सिनेमिर्ची प्रोडक्शन्स की हिंदी फिल्म के लिए गीत गाया है। 
       निर्माता चंद्रकांत शर्मा व डायरेक्टर रतन पसरीचा कहते हैं कि यह लस्ट और लव के चक्कर में फंसे दो भाईयों की कहानी है। इस गीत के जरिए हम यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि प्यार ही खुदा है और खुदा ही प्यार है। जब तक आपकी ज़िंदगी में प्यार नहीं बरसेगा, तब तक जीवन वीरान बंजर की तरह रहेगा। जब तक लस्ट रहेगा, तब तक आप खोखले हैं। जब लव आ जाता है, तो जिंदगी में ठहराव, शांति और असली आनंद आता है। हमें पूरा भरोसा है कि ‘तू माने या ना माने दिलदारा’,‘ए रंगरेज मेरे’ और फिल्म मौसम का ‘इक तू ही तू’ जैसे हिट गीत गाने वाले वडाली जी द्वारा हमारी फिल्म के लिए गाया सूफी गीत ‘तेरा हुआ है कर्म’ भी हिट होगा। यह गीत यशराज के सीनियर रिकार्डिस्ट शांतनुु हुडलीकर द्वारा रिकार्ड किया गया है।

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