मुंबई: अनुभवी फिल्मकार राजेश मित्तल नए साल में ऐतिहासिक शहीद 'शहीद चंद्र शेखर आज़ाद' के साथ आ रहे हैं।
हालिया प्रदर्शित अजय देवगन की ऐतिहासिक फ़िल्म "तानाजी- द अनसंग वॉरियर" को दर्शकों का अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ है। और अब राजेश मित्तल की यह फ़िल्म भी दर्शकों की कसौटी पर खरी उतर सकती है। "बिरसा मुंडा - द ब्लैक आयरन मैन" और "झांसी की रानी लक्ष्मीबाई" के बाद मित्तल की यह तीसरी ऐतिहासिक फिल्म होगी। राजेश मित्तल ने इस फिल्म उद्योग में 40 साल पूरे किए और यह एक निर्माता के रूप में 41 वीं फिल्म है।
राजेश मित्तल की 'मित्तल म्यूजिक' ने शनिवार 11 जनवरी 2020 को ऑडियो और फिल्म का पहला लुक जारी किया।
फिल्म में 4 गाने हैं जिसे दिनेश अर्जुन और वकिल बाबू ने संगीत से सजाया है। इस गाने के बोल नैयर जौनपुरी, एन. उपाध्याय और राजेश मित्तल ने लिखे हैं तथा कुमार सानू, उदित नारायण, खुशबू जैन, दिनेश अर्जुन और इंद्र नाइक की आवाज़ में रिकॉर्ड हुआ है।
'शहीद चंद्रशेखर आज़ाद' की शूटिंग बनारस, लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा और झारखंड, रांची और मुंबई सहित कई अन्य जगहों पर की गई है।
निर्माता - निर्देशक राजेश मित्तल कहते हैं कि अपनी छोटी उम्र से उन्होंने स्वतंत्रता के लिए अंग्रेज हुकूमत का सामना किया। कानपुर कल्याण आश्रम में उन्होंने अशफ़ाक़ उल्लाह खान, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र लाहिड़ी, गोविंद प्रसाद और कई अन्य लोगों के साथ हाथ मिलाया और एक पार्टी बनाई - जिसका नाम था - 'हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन'।
स्वतंत्रता को सुरक्षित करने के लिए ट्रेन डकैती, असेंबली बम विस्फोट और अन्य घटनाओं जैसे कई महत्वपूर्ण पहलू हैं। चंद्रशेखर भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, भगवती चरण वर्मा और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों जैसे अपने समकक्षों से भी मिलते हैं।
फिल्म में स्वतंत्रता सेनानियों के बुनियादी मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है जिन्होंने देश के लिए स्वतंत्रता हासिल करने के लिए अपना जीवन लगा दिया। जहां उन्होंने सम्मानित किया, शासकों से कोई मदद प्राप्त की या उनकी स्वतंत्रता की लड़ाई में बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनजर उन्हें धोखा दिया गया, यही सब फिल्म में डाला गया है।
अपने ऐतिहासिक फ़िल्म 'शहीद चंद्रशेखर आज़ाद' के बारे में बताते हुए राजेश मित्तल कहते हैं कि फिल्म इस महान भारतीय क्रांतिकारी नेता के सच्चे और अनकहे तथ्यों पर आधारित है। मैं पटकथा और संवाद लिखने से पहले 50 से अधिक पुस्तकों का अध्ययन किया हूँ।
राजेश मित्तल द्वारा निर्मित और निर्देशित इस फिल्म में रंगमंच से सशक्त अभिनेता हेमेंद्र सिंह (शीर्षक भूमिका में), पूजा कुशवाह, ऋषभ राज (भगत सिंह), अनिल नागरथ, ब्राउनी पाराशर, अरुण माथुर, उर्वशी, सुखपाल सिद्धू, पुष्पा वर्मा, चंदन कश्यप, रंजीत बिहरा, राजेश कुमार साहू, झरना चक्रवर्ती, अतुल दीक्षित, जीतू सोनी, देव दत्त, अनिल धवन (चंद्रशेखर के पिता) ने दमदार अभिनय किया है।
निर्मला पॉल द्वारा सह-निर्मित इस फिल्म का पटकथा और संवाद राजेश मित्तल ने ही लिखा है साथ ही रामू यादव और अशोक चक्रवर्ती की सिनेमैटोग्राफी, विमल आनंद नागी का एक्शन, भूपि के साथ राजेश मित्तल और प्रवीण की कोरियोग्राफी, के. पप्पू और निर्मला पॉल का कला और अमरेन्द्र गौड़ का संपादन इस फ़िल्म को बेजोड़ बना दिया है। इसकी अरुणा आर. मित्तल कार्यकारी निर्माता हैं।
मित्तल एडवरटाइजिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन द्वारा यह फ़िल्म 24 जनवरी 2020 को पूरे भारत में 300 से ज्यादा स्क्रीन पर रिलीज होगी।
राजेश मित्तल ने सहायक के रूप में मशहूर निर्देशकों जैसे बी.आर. इशारा, विजय आनंद और मोहन चोटी के साथ रहकर निर्देशन के गुर हासिल किए हैं। फिर 1983 से कई हिंदी व मराठी फिल्म बना चुके हैं।
अरशद वारसी को लेकर एक हिंदी फिल्म 'जिंदगी बन गई हो तुम' भी बनाने जा रहे हैं राजेश मित्तल।
गायत्री साहू
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