मुम्बई - फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एमप्लॉइज द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मुंबई फिल्म इंडस्ट्री का काम शुरु करने की अनुमति मांगी गई है। मंगलवार को भेजे गए इस पत्र में मुख्यमंत्री से पोस्ट-प्रोडक्शन के काम को इजाजत देने के लिए कहा गया है। साथ ही लिखा है, 'अगर पोस्ट-प्रोडक्शन जैसे कामों के लिए अनुमति मिल जाती है तो कम से कम वर्कफ्रोस के साथ बंद स्टूडियो में काम किया जा सकता है और इससे बहुत राहत मिलेगी। लॉकडाउन खत्म होने के तुरंत बाद निर्माता अपने प्रोजेक्ट्स रिलीज करने को लिए तैयार रहेंगे।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज (एफडब्लूआइसीई) के प्रेसिडेंट बी एन तिवारी, जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेजरार गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव तथा मुख्य सलाहकार अशोक पंडित ने इस पत्र में कहा है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और टीवी शो से जुड़े 32 क्राफ्ट संस्थाओं की मदर बॉडी फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्लूआइसीई) के तहत तकरीबन 5 लाख दिहाड़ी मजदूर व तकनीशियन काम करते हैं। बीएन तिवारी, अशोक दुबे और गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने अपने 5 लाख सदस्यों की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। इन सभी ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द फैसला लेने की अपील की है।
फेडरेशन की तरफ से जारी की गई एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि देश में अकस्मात हुए लॉकडाउन की वजह से मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री को भारी नुकसान से गुजरना पड़ रहा है। सभी फिल्मों और टीवी की शूटिंग रुकी हुई है जबकि कुछ फिल्में ऐसी हैं जिनकी शूटिंग पूरी हो चुकी है लेकिन सिर्फ पोस्ट प्रोडक्शन का काम जैसे; एडिटिंग, म्यूजिक रिकॉर्डिंग, साउंड रिकॉर्डिंग आदि बाकी हैं। यह सब ऐसे काम है जिसे कम कर्मचारी एक बंद स्टूडियो में अंजाम दे सकते हैं।
Post a Comment