लेखक, निर्माता, निर्देशक मुश्ताक़ पाशा की फिल्म "ये है मेरा वतन" के सभी पोस्टर में हमेशा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सामने वाले की जान लेने की कोशिश जाती रही है।
अभी तक हम पोस्टर पर लिखे डायलॉग से कुछ ना कुछ कहानी बनाने की कोशिश कर ही रहे थे कदम दर कदम मंजिल की ओर बढ़ ही रहे थे रास्ते पर चलते जा रहे थे कि अचानक हमारे सामने एक टी पॉइंट आ गया जहाँ से या तो हम या तो लेफ्ट जा सकते थे, या फिर राइट, लेकिन तभी फिल्म के अगले पोस्टर के डायलॉग से एक लड़की की आवाज आती है। पर यहाँ पहले की तरह जान लेने नहीं बल्कि जान देने की आवाज है, फिल्म के सातवें पोस्टर का डायलॉग है ...
"कसम खुदा की आपके इंतज़ार में कभी हमारी जान निकल जाएगी"
ये आवाज़ है फिल्म के सातवें पोस्टर के किरदार की, इस पोस्टर में नज़र आ रही हैं अभिनेत्री मृदुला महाजन जिन्होंने इस फिल्म में फ़िदा का किरदार निभाया है।
फिल्म में अब तक कहानी की डायलॉग में ही बात हो रही थी वो भी तलवार, गोली, बन्दूक, बारूद और शोलों की लेकिन पहली बार फिल्म में शोलों के ऊपर शबनम बरसती दिखी, जैसे अचानक पतझड़ के बाद बहार आ गयी हो।
इस फिल्म के पोस्टरों से नफरत पैदा करने वाले डायलॉग के बाद अचानक बेपनाह मोहब्बत वाले डायलॉग ने फिल्म की कहानी को लेकर और भी कौतूहल पैदा कर दिया है, अब पता नहीं अगले पोस्टर से क्या निकलता है? अब तो बस इंतज़ार है अगले पोस्टर का, अब देखते हैं फिल्म के डायरेक्टर हमें कहानी का कौन सा चौराहा दिखाते हैं।
- अरुण कुमार कमल
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