डेविड एंड गोलियथ फिल्म्स के लाल भाटिया ने हाल ही में भारत में घरेलू हिंसा के मामलों में खतरनाक आंकड़ों और उछाल को देखते हुए एक शॉर्ट फिल्म 'पनाह' रिलीज़ की। इस प्रोडक्शन हाउस ने सामाजिक मुद्दों पर कई म्यूज़िक वीडियो और लघु फिल्मों का भी निर्माण किया है। फिल्म पनाह को देश में जनता के बीच भारी सराहना और जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। इस प्रोडक्शन हाउस का लक्ष्य इस लघु फिल्म के साथ समाज में बदलाव लाना है।
इस फिल्म की कहानी -
बंगाली फिल्म उद्योग के सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी द्वारा निभाई गई बंबा दा की भूमिका के इर्द-गिर्द घूमती है, साथ ही अभिनेत्री ऋचा शर्मा का भी अहम किरदार है। ऋचा शर्मा एक सफल कॉर्पोरेट प्रोफ़ेशनल के रोल में हैं, जो तलाक के इर्द गिर्द फैली सामाजिक वर्जनाओं के कारण अपनी शादी को तोड़ने का कदम नहीं उठा सकती हैं। फिल्म के निर्देशक जोयदीप सेन ने कहा, "फिल्म का पूरा उद्देश्य इसे रियलिस्टिक बनाना था और दैनिक जीवन की स्थितियों से दृश्य क्रिएट करना था। फिल्म घर पर रहने वाली महिला की विडंबना दर्शाती है कि क्या वे घर पर रहकर भी सुरक्षित हैं? यह फिल्म एक महिला को बोलने के लिए याद दिलाती है जब वह घरेलू शोषण से पीड़ित होती है, ताकि उसकी बात भी सुनी जाए।
फिल्म ने रिलीज होने के पांच दिनों के अंदर ही एक मिलियन व्यूज पार कर लिए हैं। जोयदीप ने कहा, "राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समर्थन ने हमारे नजरिए को एक और अर्थ दिया। इससे हमें सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिली, और हमें ऐसे बुरे मुद्दों से लड़ने के लिए लोगों का भारी समर्थन मिला है। जिस समय प्रोसेनजीत चटर्जी ने इसकी स्क्रिप्ट सुनी, प्रोसेनजीत इसके बारे में सुपर उत्साहित और भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह फिल्म अच्छे मैसेज के लिए करनी है।
मिसेज इंडिया इंटरनेशनल 2011 और डेविड एंड गोलियथ की ब्रांड एंबेसडर, ऋचा शर्मा, इस फिल्म का कांसेप्ट सुनते ही तुरंत बोर्ड पर आ गईं। यह उनके लिए एक ऐसा सब्जेक्ट था, जिसे मना करना बेहद मुश्किल था और जो उनके दिल के बहुत करीब था। पनाह महिलाओं को घरेलू हिंसा की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करती है और समीर के चरित्र के माध्यम से महिलाओं को चुप रहने के लिए नहीं बल्कि समाज में इस भयानक बुराई पर कार्रवाई करने के लिए कहती है।
इस फिल्म की कहानी -
बंगाली फिल्म उद्योग के सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी द्वारा निभाई गई बंबा दा की भूमिका के इर्द-गिर्द घूमती है, साथ ही अभिनेत्री ऋचा शर्मा का भी अहम किरदार है। ऋचा शर्मा एक सफल कॉर्पोरेट प्रोफ़ेशनल के रोल में हैं, जो तलाक के इर्द गिर्द फैली सामाजिक वर्जनाओं के कारण अपनी शादी को तोड़ने का कदम नहीं उठा सकती हैं। फिल्म के निर्देशक जोयदीप सेन ने कहा, "फिल्म का पूरा उद्देश्य इसे रियलिस्टिक बनाना था और दैनिक जीवन की स्थितियों से दृश्य क्रिएट करना था। फिल्म घर पर रहने वाली महिला की विडंबना दर्शाती है कि क्या वे घर पर रहकर भी सुरक्षित हैं? यह फिल्म एक महिला को बोलने के लिए याद दिलाती है जब वह घरेलू शोषण से पीड़ित होती है, ताकि उसकी बात भी सुनी जाए।
फिल्म ने रिलीज होने के पांच दिनों के अंदर ही एक मिलियन व्यूज पार कर लिए हैं। जोयदीप ने कहा, "राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समर्थन ने हमारे नजरिए को एक और अर्थ दिया। इससे हमें सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिली, और हमें ऐसे बुरे मुद्दों से लड़ने के लिए लोगों का भारी समर्थन मिला है। जिस समय प्रोसेनजीत चटर्जी ने इसकी स्क्रिप्ट सुनी, प्रोसेनजीत इसके बारे में सुपर उत्साहित और भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह फिल्म अच्छे मैसेज के लिए करनी है।
मिसेज इंडिया इंटरनेशनल 2011 और डेविड एंड गोलियथ की ब्रांड एंबेसडर, ऋचा शर्मा, इस फिल्म का कांसेप्ट सुनते ही तुरंत बोर्ड पर आ गईं। यह उनके लिए एक ऐसा सब्जेक्ट था, जिसे मना करना बेहद मुश्किल था और जो उनके दिल के बहुत करीब था। पनाह महिलाओं को घरेलू हिंसा की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करती है और समीर के चरित्र के माध्यम से महिलाओं को चुप रहने के लिए नहीं बल्कि समाज में इस भयानक बुराई पर कार्रवाई करने के लिए कहती है।
Post a Comment