मुंबई : वेक्टर इंर्फोमेटिक्स इंडिया दुनिया भर में फैली महामारी के दौरान सामाजिक जोखिम को कम करने के प्रयास कर रही है। समाजसेवा के कार्यों में सक्रिय योगदान और मुश्किल समय में लोगों की सहायता कर वेक्टर इंर्फोमेटिक्स इंडिया समाज में व्यापक भूमिका निभाती रही है। अब वेक्टर इंर्फोमेटिक्स जीएमबीएच की 100 फीसदी सहायक कंपनी वेक्टर इंर्फोमेटिक्स इंडिया ने अपने इन्हीं मूल्यों को बरकरार रखते हुए पुणे और मुंबई में रहने वाले निम्न आय वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की कोरोना टेस्टिंग के लिए 55 लाख रुपये के योगदान और निवेश की पहल की है।
वेक्टर इंडिया ने कोरोना टेस्टिंग में ज़रूरतमंदों की मदद करने के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा चिन्हित की गई प्रयोगशालाओं में होगी। मुंबई में वेक्टर इंडिया ने स्वैच्छिक समाजसेवी संगठन बी ह्यूमन फाउंडेशन के साथ मिलकर यह पहल की है। कंपनी ने विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के सैंपल इकट्ठे करने के लिए मोबाइल वाहन तैनात किये हैं , जिससे कम आय वर्ग के लोगों और ज़रूरतमंदों तक कंपनी की पहुंच बढ़ी है।
वेक्टर इंर्फोमेटिक्स इंडिया में मार्केटिंग और कम्युनिकेशन के हेड पुष्कर सोनार ने कहा, “वेक्टर अपने कारोबारी फैसलों में सामाजिक मुद्दों को शामिल करता है। हमने हमेशा अपनी विभिन्न पहलों से समाज की भलाई और जरूरतों को पूरा करने में योगदान दिया है। संकट की इस अभूतपूर्व घड़ी में हमने पुणे और मुंबई में उन वर्गों की मदद करने का फैसला किया है जिन्हे इन सुविधाओं की अधिक आवश्यकता है. ज्यादा से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच और बीमारी के लक्षणों की पहचान हमारी कोशिशों से संभव है। इन लोगों को जरूरी चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता से इस वायरस को और तेजी से फैलने से रोका जा सकता है।
वेक्टर इंर्फोमेटिक्स इंडिया में एचआर हेड मुग्धा वर्तक ने कहा, “यह मुंबई और पुणे के कम आय वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की कोरोना टेस्टिंग में आर्थिक रूप से मदद करने का हमारा प्रयास है। यह लोग कोरोना का टेस्ट कराने का आर्थिक बोझ उठा नहीं सकते। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में इस महामारी को और तेजी से फैलने से रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट बहुत जरूरी है। हम आने वाले महीने में इस पहल का विस्तार बेंगलुरु में करने की योजना बना रहे हैं।
वेक्टर इंडिया की कॉरपोरेट सोशल रिसपॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) कमिटी ने पुणे की कृष्णा डायग्नोस्टिक्स और मुंबई की बी ह्यूमन फाउंडेशन के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट की योजना बनाई है। वेक्टर इंडिया के कर्मचारियों ने देश के विभिन्न भागों में मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर भी प्रयास किया है। गरीबों को भोजन मुहैया कराने के लिए व्यक्तिगत इच्छा और प्रेरणा से वह आगे आए हैं। इसके अलावा उन्होंने इस महामारी से प्रभावित लोगों की मदद कर रही विभिन्न गैर लाभकारी (नॉन प्रॉफिट) फाउंडेशंस को भी अपना सहयोग दिया है।
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