मुम्बई। ओटीटी की बढ़ती मांग के साथ दर्शकों के लिए अधिक मात्रा में कंटेंट का निर्माण किया जा रहा है और कई विकल्पों के साथ, इतना कंटेंट उपलब्ध होना अपने आप में बेहद संतुष्टि देता है। अमेज़ॅन प्राइम वीडियो की बड़ी हिट श्रृंखला 'मिर्ज़ापुर'- अपराध की अंधेरी दुनिया' सम्पूर्ण देश में दिल जीत रही है।
वेब पर सबसे बड़े शो के रूप में प्रसिद्ध 'मिर्जापुर' का दमदार रहस्यमय प्लॉट दर्शकों के बीच खासा लोकप्रिय है। इसका सस्पेंस अपडेट के लिए लगातार गूगल करने पर मजबूर कर देता है। शो की व्यापक लोकप्रियता और इसकी विशाल पहुंच को देखते हुए 'मिर्ज़ापुर' को सही मायने में वेब दुनियां का बाहुबली कहा जा सकता है। सीरीज़ के दूसरे सीजन के रिलीज़ के साथ कोई भी अन्य प्रतिस्पर्धी कंटेंट टक्कर की योजना नहीं बना रहा है क्योंकि निर्माताओं को पता है कि वे उस दिन दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने में सक्षम नहीं होंगे।
शो के क्रेजी मास अपील के कारण 'मिर्जापुर' का दूसरा सीजन एकमात्र ऐसा शो है, जो इस दशहरे पर रिलीज़ हो रहा है। इस दिन कोई भी अन्य शो रिलीज़ नहीं हो रहा है और मिर्जापुर को क्लीन रन दे दिया गया है। इसी के साथ, इंतज़ार की घड़ी आ गयी है जिसने दर्शकों को शो के प्रति अधिक प्रत्याशित कर दिया है!
मिर्ज़ापुर में अपराध और राजनीति के जटिल झगड़े दिखाये गए हैं। यह शो अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय क्राइम थ्रिलर प्रदान करता है जिसकी वर्तमान युवाओं को आवश्यकता है। पहले सीजन की शुरुआत के बाद से ही 'मिर्जापुर' सही कारणों से चर्चा का विषय बना हुआ है। एक तेजतर्रार और कलाकारों की टुकड़ी से लेकर तीखे संवादों और दमदार कहानी तक, इस वेब श्रृंखला में दर्शकों की स्वीकृति की मुहर लगी है। दूसरे सीज़न का इंतज़ार लंबे समय से है लेकिन अब रिलीज़ की घोषणा ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया है।
पंकज त्रिपाठी से लेकर दिव्येंदु, अली फज़ल और विक्रांत मैसी तक 'मिर्जापुर' के कलाकारों के प्रत्येक सदस्य ने शानदार प्रदर्शन किया है और शो के कथानक को आकार देने में बड़ा योगदान दिया है। पंकज त्रिपाठी अपने किरदार में बेस्ट थे, भले ही उनका किरदार खौफनाक हों, लेकिन उन्हें अधिक से अधिक देखना चाहते हैं और उन्होंने अपने वन-लाइनर को बेहद सहजता और सही हावभाव के साथ निभाया है।
पंकज को निर्दयी लेकिन चतुर डॉन कालीन भइया और दिव्येंदु शर्मा को उनके हिंसक बेटे मुन्ना के किरदार में दिखाया गया था। अली फ़ज़ल और विक्रांत मैसी को एक ईमानदार वकील पिता पंडित के बेटे के रूप में मासूम लड़को की भूमिका में पेश किया गया था। उनकी ज़िंदगी उस वक़्त उथल पुथल हो जाती है जब पंडित द्वारा मुन्ना के खिलाफ मामला उठाने का फैसला लिया जाता है।
कालीन भइया के सबसे यादगार डायलॉग में से एक है "क्यूं मैं देवता हूं?" आज भी लोकप्रिय है।
करन अंशुमन और पुनीत कृष्ण द्वारा निर्देशित 'मिर्जापुर' उत्तर प्रदेश के कस्बे मिर्जापुर में स्थापित कलाकारों की शानदार टुकड़ी और कहानी से लैस है। यह गैंगस्टर, बंदूक, खून-खराबे पर बना एक शो है। पहले सीज़न का समापन एक उच्च नोट पर हुआ था, जिसका मतलब है कि दूसरे सीज़न में ड्रामे का भारी डोज़ दर्शकों का इंतज़ार कर रहा है।
'मिर्जापुर 2' अगले महीने 23 अक्टूबर से अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग के लिए तैयार है।
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