यह विनिवेश एल एंड टी के भावी विकास के उद्देश्य को हासिल करने हेतु महत्वपूर्ण है
मुंबई : भारत के अग्रणी इंजीनियरिंग, तकनीकी, विनिर्माण एवं वित्तीय सेवा समूह, लार्सेन एंड टुब्रो (एल एंड टी) ने अपने इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन (एल एंड टी ई एंड ए) बिजनेस का ऊर्जा प्रबंधन एवं ऑटोमेशन के क्षेत्र में दुनिया की प्रमुख कंपनी, श्नाइडर इलेक्ट्रिक में रणनीतिक विनिवेश किये जाने की आज घोषणा की।
अपने तरह के विशिष्ट, महत्वपूर्ण एवं जटिल विनिवेश की घोषणा मई 2018 में की गयी थी। आवश्यक विनियामक स्वीकृतियां मिल जाने और जरूरी शर्तों को पूरा कर लिये जाने के बाद, अब यह विनिवेश पूरा हो गया है। यह विनिवेश एल एंड टी के भावी विकास को देखते हुए किया गया है। एल एंड टी लगातार अपने बिजनेस पोर्टफोलियो का आकलन करता है और दीर्घकालिक दृष्टि से पूंजी आवंटन का निर्णय लेता है। इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस से इसका निकलना, महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो समीक्षा प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
इस विनिवेश के पूरा हो जाने पर, लार्सेन एंड टुब्रो के ग्रुप चेयरमैन, ए.एम. नाईक ने कहा, ''ई एंड ए बिजनेस का विनिवेश पूरा होना हमारी घोषित दीर्घकालिक रणनीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। व्यापक रूप से फैले ग्राहक आधार को कम-से-कम बाधित करते हुए इस पैमाने के व्यवसाय को हटाना, इस महामारी के चलते लगे तमाम प्रतिबंधों के बीच चुनौतीपूर्ण था। हमें भरोसा है कि एल एंड टी द्वारा दशकों की मेहनत व प्रयास से खड़े किये गये इस कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए हमने श्नाइडर के रूप में सही पार्टनर चुना है। हमें वास्तव में विश्वास है कि श्नाइडर के साथ यह समझौता हमारे कर्मचारियों, बिजनेस पार्टनर्स और शेयरधारकों सभी के लिए लाभदायक है।
लार्सेन एंड टुब्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, एस.एन. सुब्रमण्यम ने कहा, ''पूरी तरह से नकद में किये गये इस समझौते से हमें बैलेंस शीट को बेहद मजबूत बनाने और इस प्रकार, बिजनेस के प्रमुख पहलुओं पर जोर देते हुए हमारे शेयरधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य-सृजन का अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। यह सौदा जटिल एम एंड ए ट्रांजेक्शन था, जिसमें घरेलू कारोबार का स्लम्प सेल और शेयर पर्चेज ट्रांसफर शामिल था। यह एल एंड टी के प्रमुख तीन क्षेत्रों - ईपीसी निर्माण एवं प्रोजेक्ट्स, मैन्यूफैक्चरिंग और डिफेंस एवं सर्विसेज को लेकर हमारी रणनीति के अनुरूप है।
एल एंड टी के ई एंड ए बिजनेस के लो एवं मीडियम वोल्टेज स्विचगियर, इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स, इंडस्ट्रीयल एवं बिल्डिंग ऑटोमेशन समाधान, ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली, मीटरिंग समाधान व प्रोजेक्ट्स एवं सेवा कारोबार की व्यापक रेंज को श्नाइडर इलेक्ट्रिक को हस्तांतरित किया गया है। श्नाइडर इलेक्ट्रिक, एक निश्चित अवधि के लिए ब्रांड के निशान का उपयोग करेगा, क्योंकि यह ब्रांड काफी लोकप्रिय है और स्विचगियर मार्केट में इस ब्रांड का दमदार रिकॉल है।
ई एंड ए बिजनेस के लगभग 5000 कर्मचारी, श्नाइडर इलेक्ट्रिक के वैश्विक परिवार में शामिल हो जायेंगे। ई एंड ए के भारत में नवी मुंबई, अहमदनगर, वडोदरा, कोयम्बतूर एव मैसुरु के निर्माण संयंत्रों और यूएई, कुवैत, मलेशिया व इंडोनेशिया के संबंधित अनुषंगियों को भी श्नाइडर इलेक्ट्रिक को हस्तांतरित किया जा रहा है। लंबित स्थानीय स्वीकृतियों के मद्देनजर, आवश्यक विनियामक अनुमोदन प्राप्त हो जाने के बाद सउदी अरब की अनुषंगी, एल एंड टी इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन सउदी अरबिया कंपनी लिमिटेड (एलटीईएएसए) को श्नाइडर को हस्तांतरित कर दिया जायेगा।
पिछले पांच वर्षों में, एल एंड टी ने ईपीसी और सेवा व्यवसायों पर जोर देने की अपनी रणनीति के अनुरूप कई व्यवसायों से स्वयं को बाहर कर लिया है। बंदरगाहों, बीमा, रोड कंसेशन व अन्य व्यवसायों में अपनी हिस्सेदारी का हाल ही में किये गये विनिवेश ने इसके लिए मूल्य सृजन किया है और श्नाइडर इलेक्ट्रिक के साथ इस करार से बैलेंस शीट को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
शार्दुल अमरचंद मंगलदास (एसएएम) लीगत एडवाइजर्स, अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) एलएलपी और अर्पवूड कैपिटल, इस ट्रांजेक्शन में एल एंड टी के सलाहकार रहे।
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