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मुंबई। पिछले 8 महीनों से बॉलीवुड उतार-चढ़ाव का सामना कर रहा है। कोरोना महामारी के साथ-साथ सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया। सुशांत सिंह तो एक प्रतीक था जिसके द्वारा आत्महत्या का कदम उठाना बॉलीवुड की एक कड़वी सच्चाई था। सच्चाई इसलिए क्योंकि इस मायानगरी में ऐसे कई कलाकार हैं जो सुशांत सिंह की तरह कभी भी आत्महत्या करने जैसा कदम उठा सकते हैं। ऐसे हताश कलाकारों को सचेत करने और उन्हें सही रास्ते पर लाने के मकसद से ही निर्देशक लक्की हाशमी ने शॉर्ट स्टोरी 'व्हाई- डेथ इज नॉट जस्टिस' तैयार की है जिसमें संतोष राज और रोहित राजावत मुख्य भूमिका में हैं। 

राइट चॉइस एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी इस फिल्म के जरिए दर्शकों को यह बताने की कोशिश की गई है कि अर्श से फर्श पर पहुंचे कलाकारों के लिए आत्महत्या का रास्ता चुनना कोई समाधान नहीं है। निर्देशक लकी हाशमी कहते हैं कि फ़िल्म का क्लाइमेक्स सस्पेंस से भरा है।

बॉलीवुड के कलाकार जिस तरह के हालात से गुजर रहे हैं, उनके लिए यह कहानी रामबाण औषधि से कम नहीं। 

फ़िल्म बॉलीवुड के दो कलाकारों अजय और सूरज के इर्दगिर्द घूमती है जिन्होंने कभी सफलता की बुलंदियों को छुआ लेकिन आज उनकी मार्किट वैल्यू डाउन है। ऐसी मनोदशा में दोनों आत्महत्या करने का फैसला करते हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या अजय और सूरज आत्महत्या करते हैं या फिर उनकी जिंदगी में एक नया उजाला आता है! इस सवाल का जवाब फिल्म देख कर ही पता चलेगा।

 संतोष राज द्वारा लिखा गया इस फिल्म को सिनेमेटोग्राफी किया है अमित अंसु ने। इस फिल्म को बहुत जल्द क्रिसमस से पहले राइट चॉइस एंटरटेनमेंट के यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है।

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