काव्य सृजन महिला मंच, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक - सामाजिक - सांस्कृतिक संस्था द्वारा टेन न्यूज चैनल पर लाइव अत्यंत समसामयिक विषय "वर्तमान समय में शिक्षा समस्याएं और चुनौतियां " पर शानदार साहित्यिक चर्चा का आयोजन संपन्न हुआ।
" दिनांक - 30.10.2020 को काव्य सृजन महिला मंच की कोलकाता इकाई द्वारा टेन न्यूज चैनल पर अत्यंत प्रासंगिक और समसामयिक विषय " वर्तमान समय में शिक्षा - समस्याएँ और चुनौतियाँ " पर बेहद सार्थक, सकारात्मक और व्यापक परिप्रेक्ष्य में तथ्यों से परिचित कराती चर्चा का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का बहुत बढ़िया आयोजन और संचालन काव्य सृजन महिला मंच, कोलकाता इकाई की अध्यक्षा श्रीमती संजना तिवारी द्वारा किया गया। पूरे भारत भर से शिक्षा सम्बंधित तथ्यात्मक सत्य को समझने और दर्शकों के सामने लाने के लिए संजना तिवारी ने भारत के दो महानगरों (दिल्ली-कोलकाता) और दो छोटे शहरों (बलिया - यूपी और बेगूसराय बिहार) से वक्ताओं और विशेष अतिथि के रूप में काव्य सृजन महिला मंच की राष्ट्रीय/ अंतरराष्ट्रीय अध्यक्षा डॉ संगीता शर्मा अधिकारी को आमंत्रित किया था। महानगर वक्ताओं में श्रीमती गीता दुबे, जो कोलकाता के स्कॉटिश चर्च महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर और दिल्ली से श्रीमती सरिता चावला, जो दिल्ली के ए पी जे स्कूल, साकेत में विद्यालय इंचार्ज के पद पर कार्यरत हैं।
वहीं छोटे शहरों की शिक्षा सम्बंधित समस्याओं को दर्शकों के समक्ष रखने के लिए रा.कृ. मध्य विद्यालय, बीहट शिक्षा विभाग, बेगूसराय (बिहार) के प्रधानाध्यापक रंजन कुमार और आर. के.मिशन स्कूल, बलिया (यूपी) के प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव टेन न्यूज के मंच पर आए।
कार्यक्रम का प्रारंभ संजना तिवारी ने मौजूदा कोविड- 19 की स्थिति और इस समस्या से दो- दो हाथ करती शिक्षा प्रणाली के विषय में बताकर किया। ततपश्चात उन्होंने बारी- बारी से सभी वक्ताओं से उनके क्षेत्र में कोरोना काल में उभरी शिक्षा सम्बंधित समस्याओं और चुनौतियों के विषय में प्रश्न किए। संजना तिवारी द्वारा पूछे गए सभी प्रश्न बहुत महत्वपूर्ण और आवश्यक थे। उन्होंने तत्कालीन शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों में तकनीकी पूर्व प्रशिक्षण का अभाव, शिक्षकों पर अतिशय दबाव, प्रशासन द्वारा कोरोना काल में स्कूलों को पारित किए गए दिशा निर्देशों के पालन की सच्चाई , दिशा निर्देशों की अस्पष्टता, सरकार द्वारा सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को दिए गए सहयोग या असहयोग, बेरोजगार हुए अभिभावकों को निजी संस्थानों द्वारा या सक्षम अभिभावकों द्वारा विद्यालयों को दिए जाने वाले सहयोग तथा शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन शिक्षा को सफल बनाने के लिए उठाए जा रहे रोचक और नए तरीकों पर मज़बूत प्रश्न रखे। साथ ही संजना तिवारी ने मिड डे मील को लेकर भी प्रश्न वक्ताओं से किये। मिड डे मील पर रंजन कुमार और गीता दूबे ने बहुत ही स्पष्ट, तथ्यात्मक और सटीक उत्तर दर्शकों के समक्ष रखे। वहीं फीस और शिक्षकों द्वारा अपनाए जा रहे रोचक तरीकों पर हर्ष श्रीवास्तव और सरिता चावला खुलकर बोले। चारों वक्ताओं ने अपने क्षेत्र की शिक्षण प्रणाली की कमियों और आवश्यकताओं पर बहुत ही निडरता से सच्चाई दर्शकों को बताई।
कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता शर्मा अधिकारी ने भी वक्ताओं से बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न किये। उन्होंने हर्ष श्रीवास्तव जी से पूछा कि एक प्रबंधक के रूप में वे इस समय अभिभावकों के गुस्से या परेशानियों को किस प्रकार हल करते हैं और किस प्रकार के तरीके सामंजस्य बिठाने के लिए उपयोग कर रहे हैं । वहीं सरिता जी से उन्होंने पूछा कि बड़े निजी संस्थानों के बच्चे जिनके पास सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं हैं, उन्हें इस मोबाइलिकरण वाली शिक्षा में सोशल नेटवर्किंग की समस्याओं से दूर रखने के वे क्या उपाय कर रहे हैं ? साथ ही ऑन लाइन परीक्षाओं के मूल्यांकन में आने वाली चुनौतियां और उनके निवारण किस प्रकार की जा रहे हैं?
चारों वक्ताओं ने बहुत ही सुंदर जवाबों से ये सिद्ध कर दिया कि शिक्षक केवल शिक्षक होता है। वह हर हाल में अपने शिष्य को गलत राह से खींच लाने और सकारात्मक दिशा देने के लिए तत्पर रहता है।
चर्चा में टेन न्यूज से जुड़े दर्शकों ने भी टिप्पणियों द्वारा अपने प्रश्न और सुझाव रखे ,जिन्हें संजना तिवारी ने वक्ताओं से पूछा।
इस प्रकार काव्य सृजन महिला मंच, कोलकाता इकाई की अध्यक्षा संजना तिवारी द्वारा संयोजित - संचालित यह कार्यक्रम बहुत सफल और शानदार रहा। पूरे कार्यक्रम को उन्होंने अपने प्रभावशाली और निर्भीक अंदाज में बाखूबी संभाला और यह घोषणा भी की कि आगे भी वे शिक्षा पर आवश्यक चर्चाएं दर्शकों के सामने लाती रहेंगी। उन्होंने कहा कि वे काव्य सृजन महिला मंच और टेन न्यूज के तत्वावधान में शिक्षा पर चर्चा को कड़ियों के रूप में अलग- अलग क्षेत्रों के मजबूत वक्ताओं के साथ उठाती रहेंगी और छात्रों के भविष्य के लिए एक शिक्षक और अभिभावक के रूप में तत्पर रहेंगी। इसमें कोई दोराय नही की अगर इस प्रकार की हल्ला बोल चर्चाएं जारी रहीं तो प्रशासन के कानों तक आवाज़ जरूर पहुँचेगी।
इस बेहद जानदार और शानदार कार्यक्रम के अंत में संजना तिवारी ने सभी वक्ताओं और विशेष अतिथि का तहे दिल से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए भारत के अभिभावकों, बच्चों और शिक्षकों से विनम्र अनुरोध किया कि वे कोरोना कालीन समस्याओं पर खुलकर सहयोग दें और सामने आएं ।
काव्य सृजन महिला मंच द्वारा इस प्रकार का आयोजन निसंदेह एक बहुत ही सराहनीय और प्रशंसनीय प्रयास रहा जिसके लिए श्रीमती संजना तिवारी, कोलकाता इकाई अध्यक्षा और डॉ संगीता शर्मा अधिकारी, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय अध्यक्षा काव्य महिला मंच को बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
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