समरस संस्थान हिमाचल प्रदेश इकाई ने दिनाँक 29/11/2020 को अपना पहला काव्यगोष्ठी कवि सम्मेलन भव्य व शानदार तरीके से सम्पन्न किया। इस महाकवि सम्मेलन का विषय मनपसंद विषय मनपसंद विधा में रखा गया था। जिसका एक मात्र उद्देश्य यह था कि अधिक से अधिक साहित्यकार कार्यक्रम में बिना किसी परेशानी के भाग ले सके।प्रथम काव्य गोष्ठी सम्मेलन में विघ्नहर्ता गणपति गणेश जी औऱ माँ शारदे की पूर्ण कृपा बनी रही।
समरस संस्थान भारत को किसी पहचान की कोई आवश्यकता नहीं। नाम औऱ काम दोनों में इस संस्थान का योगदान सर्वोपरि है। समरस संस्थान भारत के राष्ट्रीय संयोजक मुकेश कुमार स्नेहील की जितनी तारीफ की जाए कम है कि कोरोना काल में न केवल उन्होंने देश के लगभग 15 राज्यों में अपनी संस्थान इकाइयों को स्थापित किया बल्कि साथ ही साथ कोरोना से जूझ रहे सभी रचनाकारों को भी एक नया जीवन नई राह प्रदान की। समरस हिमाचल प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष चंदेल साहिब ने बताया कि इस शानदार कार्यक्रम का आगाज़ बहुत शानदार तरीके से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के सभी रचनाकारों की रचनाएं एक से बढ़कर एक थी जिसने हमारे दिल पे एक जादू की तरह छाप छोड़ दी।
इस भव्य कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंतराष्ट्रीय हिंदी परिषद की अध्यक्ष श्रीमती आशा जाकड एवं अखिल भारतीय अग्निशिखा मंच की अध्यक्ष श्रीमती अलका पाण्डेय रहीं।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि थे सुनील दत्त मिश्रा छालीवुड बॉलीवुड अभिनेता राइटर एवं लेखक, पी एल शर्मा संपादक अमृत राजस्थान पत्रिका।
गणेश वंदना एवं इस काव्य गोष्ठी महासम्मेलन का संचालन का कार्यभार भी स्वयं समरस हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष चंदेल साहिब ने निभाया। सरस्वती वंदना श्रीमति सुषमा श्रीवास्तव ने की।
अतिथियों को मिलाकर करीब 19 रचनाकारों ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम का संचालन- चंदेल साहिब ने किया। 1 घंटे से ज्यादा देर तक कार्यक्रम चला। सभी ने एक दूसरे की रचनाओं को सराहा।
अंत में संस्थान भारत के अध्यक्ष मुकेश व्यास स्नेहिल औऱ हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष चंदेल साहिब ने सभी का आभार व्यक्त किया।
अगले रविवार को 06/12/20 को सम्मान पत्र समारोह का आयोजन किया जाएगा हिमाचल प्रदेश इकाई ने यह तय किया है।
भाग लेने वाले रचनाकार थे:-
प्रतिभागी सूची क्रम
1) श्रीमती आशा जाकड़
2) श्रीमती अलका पाण्डेय
3) हीरा सिंह कौशल मंडी हिमाचल प्रदेश
4) वीना आडवानी नागपुर महाराष्ट्र
5) सुषमा श्रीवास्तव भोपाल मध्यप्रदेश
6) सुनीता चौहान मंडी हिमाचल
7) मंजूला वर्मा मंडी हिमाचल प्रदेश
8) ललिता कश्यप बिलासपुर
9 परमजीत बिलासपुर
10) पद्माक्षी शुक्ल पुणे
11) रेखा शर्मा मुजफ्फरपुर बिहार
12) चन्दा डांगी जी चितौड़गढ़
13) भावना सांवलिया
14) राजेश जैन
15) अनूप प्रताप पटियाला पंजाब
16) मुकेश वव्यास स्नेहिल
17) सुनील दत्त मिश्रा
18) चंदेल साहिब
19) पी एल शर्मा
रचनाओं की झलक:-
*मुकेश कुमार स्नेहील*
ख्वाहिशों की तलाश में,
मैं चलता ही चला गया।
लक्ष्यों की प्राप्ति में,
मैं बढ़ता ही चला गया।।
*चंदेल साहिब*
*हिमाचल प्रदेश*
काल करे सो आज की बात छोड़।
आज का काम सिर्फ़ आज करें हम।।
दूसरों में दोष निकालने की जगह।
अपना गिरेबाँ को साफ़ करें हम।।
हर ऋतु समय पर बदल रही ज़ब।
भविष्य का चिंतन क्यों करें हम।।
गोद में जिनके ये बचपन है पला।
वृद्धाश्रम उनको क्यों भेंट करें हम।।
दुनिया लगाए मुँह पर लाख पर्दा।
ईश्वर से बता कैसे पर्दा करें हम।।
सबके भले की हो मन में अरदास।
आँचल पसार कर दुआ करें हम।।
सबका मालिक एक ही है फिर।
राम रहीम में क्यों अंतर करें हम।।
पशु-पक्षियों पेड़-पौधों को नष्ट कर।
मानवीय संवेदना क्यों ख़त्म करें हम।।
घाव पर नमक लगाने की जगह।
ज़ख्म पर क्यों न मरहम धरें हम।।
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गीता ज्ञान की ज्योति है
गीता है जीवन का सार।
जन्म मरण तो निश्चित है
छोड़ो क्रोध और अहंकार।।
*श्रीमति आशा जाकड़ जी*
राष्ट्र की आन बान शान हिंदी
हिंदी है मेरी पहचान।
भारत का अभिमान है हिंदी
हिंदी की बिंदी भारत माँ की शान।।
*डॉ अलका पाण्डेय मुम्बई*
कवि की कविता बन जाये हर जगह फलसफा। जद्दोजहद की इस भूमि में बने सबका हकसफा।।
शौहरत के नशे में चूर कर देते भोले-भाले लेखक को दफा।
*हीरा सिंह कौशल मंडी हिमाचल प्रदेश*
आज मुस्कुराए मेरा मन
आज गुनगुनाए मेरा मन
साफ़ देखो कितना है गगन
महक रहा है सारा चमन
बज रही मीठी सी ये धुन
कान लगा कर रहा है कोई सुन तनिक पास आइये
आप भी मुस्कुराइए ल ल ल ल ल ल ल ल ल ल ल ल ल ल ल । *मंजुला वर्मा मंडी हिमाचल प्रदेश*
परखने की कोशिश मत करना,
तुझसे बहुत ही गहरा नाता है।
समझने की कोशिश कर लेना,
हर हाल साथ निभाना आता है।।
*सुनीता चौहान हिमाचल प्रदेश*
ऐ राह के मुसाफिर
तुम यूं ही थक ना जाना।
रोकेंगे तुम्हें दुश्मन
रोकेगा ये जमाना।
तुम संभल ठोकरों से
कुछ सबक सीख लेना।
परमजीत सिंह कहलूरी हिमाचल प्रदेश
गाँव छोड़कर जब से शहर आ गए हम
किरायेदारों के भी किराएदार बन गए हम ।
डॉ.राजेश कुमार जैन श्रीनगर उत्तराखंड
समाज को नशे से मुक्त कराना है।
नवयुवाओं को राह सही दिखाना है।।
वीना आडवानी नागपुर, महाराष्ट्र
फटी लंगोटी तन पर पहने,गमछा सिर पर लपेटे
दिन रात ये मेहनत करते मजदूर मां के बेटे।
श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव
महसूस करती हुं तेरी कृपालु नज़र ,
इत्तफ़ाक से मिल पाए मुस्कुराहट,
अंत समय दर्शनाभिलाषी हुं मां,
आँचल पसारे ,विनंती स्वीकृत करना,
पद्माक्षी शुक्ल
मोहब्बत हो गई तुमसे बता दो दिल का क्या कीजे।
तुम्हारे हाथ में मोहन जो देना हो सजा दीजे।।
रेखा शर्मा
हे जगदम्बा दुष्ट संहारिणी
आकर हम पर कृपा करो
हम भी बने सिंह सपूतनी
अदम्य साहस शक्ति भरो ।
ललिता कश्यप बिलासपुर (हि प्र)
वृषभानुसुता नैन दुलारी ,
श्याम-सुन्दर की प्राण प्यारी ।
बरसाने की नटखट छोरी ।
नंदलाल की राधा गोरी ।।
डॉ भावना एन सावलिया राजकोट गुजरात
हर लड़की की होती है
इतनी सी ख्वाहिश
हर कर्तव्य निभायेगी
प्यार से बस पति का थोड़ा सा प्यार और विश्वास मिले
चन्दा डांगी आदित्य सीमेंट चित्तौड़गढ़ राजस्थान
मुहब्बत की दहलीज पर
हम तुम्हारे अरमान सजायेंगे
तुम्हारी आँखों पर भी सजकर चमक जायेगे
हाँ कर के देखो मेरे पनाहगार
ज़िन्दगी में अंचल बिछाकर दिखाएंगे।।
डॉ अनूप प्रताप सिंह पटियाला पंजाब
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