धुन के पक्के हैं शाश्वत प्रखर भारद्वाज
लखनऊ। कला व संगीत के क्षेत्र में कड़ी साधना करना पड़ता है। जुनूनी कलाकार अपने जीवन में कई पड़ाव को पार करते हुए उपलब्धि हासिल करता है और लोगों के बीच अपनी पहचान स्थापित करता है। लखनऊ के शाश्वत प्रखर भारद्वाज ने इसी जुनून के कारण संगीत जगत मेे अपनी एक अलग पहचान कायम की है। अभी हाल ही में प्लेनेट 9 प्रोडक्शन ने उनका नया सिंगल 'मेरी सांसों को' रिलीज किया है जिसे लाखों व्यूज मिले हैं। बचपन से ही संगीत के प्रति गहरी रुचि रखने वाले शाश्वत प्रखर भारद्वाज ने भातखण्डे युनिवर्सिटी से क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग ली है। आपको बता दें कि भातखण्डे संगीत संस्थान विश्वविद्यालय लखनऊ में मौजूद देश का एक बड़ा ललित-कला विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय का नाम महान संगीतकार पंडित विष्णु नारायण भातखण्डे के नाम पर रखा गया है। इस विश्वविद्यालय में संगीत सीखने के बाद विजय कुमार बाजपेई से उन्होंने शास्त्रीय संगीत को बारीकी से सीखा। शाश्वत पिछले 13 वर्षों से संगीत क्षेत्र मेे सक्रिय हैं और दो साल से मायानगरी मुंबई में रह रहे हैं। लखनऊ में कई लाईव शोज कर चुके शाश्वत प्रखर भारद्वाज म्यूज़िक टीचर भी रह चुके हैं। पिछले तीन सालों से वह संगीत कंपोज़ कर रहे हैं साथ ही रिकॉर्डिंग, मिक्सिंग और म्यूज़िक प्रोडक्शन फील्ड में भी एक्टिव हैं। उनकी कई कम्पोज़िशन जल्द आने वाली है। कुछ महीने पूर्व टी सिरीज़ ने उनका अलबम 'क्यों दूर हो' रिलीज़ किया था जिसे खूब पसंद किया गया था।
वह कहते हैं 'मेरी सांसों को' मेरी वन ऑफ द बेस्ट कम्पोज़िशन है जो प्यार के एहसास और दूरी के जज्बे को उजागर करता है। आजकल सिंगल्स का ज़माना है और यह गीत म्यूज़िक लवर्स के लिए एक तोहफा है। इसका कांसेप्ट श्रोताओं को पसंद आ रहा है क्योंकि इसमें ऑडिएंस से तुरंत कनेक्ट करने की खूबी मौजूद है।
शाश्वत प्रखर भारद्वाज ने कई मूड्स की धुनें कंपोज कर रखी है जो जल्द ही एक एक करके संगीतप्रेमियों के बीच आएगा। इस साल उनके संगीत से सजी हिंदी फिल्म भी रिलीज होने वाली है।
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