आप जो हैं वहीं रहे समाज या किसी और के दबाव में खुद को बदलने की आवश्यकता नहीं, खुद को पहचाने और आगे बढ़ते रहें आपकी मंजिल आपसे दूर नहीं रह पाएगी, ये विचार है अभिनेत्री मित्तल मौर्या की। मित्तल का परिवार उत्तरप्रदेश से है। मित्तल का जन्म गुजरात में हुआ है लेकिन उनकी परवरिश और पढ़ाई मुंबई में हुई है। अभिनय का शौक इन्हें प्रारंभ से ही रहा है लेकिन अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए इन्होंने स्नातक किया और पूना से बैंक और फाइनेंस से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के साथ साथ मित्तल ने रंगमंच में भी काम किया और अपनी अभिनय क्षमता में निखार लाई।
मित्तल मौर्या की फिल्म 'राव' जल्द ही ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर आ रही है जिसके निर्देशक रजत एस मुखर्जी हैं। इसमें मित्तल मौर्या ने मुख्य भूमिका निभाई है। फिल्म में इनके साथ अभिनेता राजकुमार राव, देवेंदु शर्मा, मुकेश तिवारी भी हैं। साथ ही एंडेमोल प्रोडक्शन के साथ इनकी 'हैंड ऑफ गॉड' नामक एक वेबसीरीज भी आने वाली है। इनकी फिल्म हसल भी जल्द रिलीज होने वाली है जिसमें इनके साथ राघव जुवाल है। इस फिल्म में मित्तल मौर्या एक वेश्या का किरदार निभा रही है।
इनकी लाइफ की सबसे दिलचस्प बात यह है कि अपने कैरियर की शुरुआत में इन्हें सबसे बड़े रियलिटी शो 'फियर फैक्टर खतरों के खिलाड़ी' में काम करने का मौका मिल गया। इस प्रोग्राम की होस्ट प्रियंका चोपड़ा रही।
मित्तल मौर्य काफी खुशकिस्मत है मुम्बई आते ही इन्हें सबसे पहले विज्ञापन फिल्मों में काम मिल गया। उसके बाद फिल्मों, टीवी शो और वेब सिरीज़ में काम करने का मौका मिल गया।
इन्होंने पंकज पराशर द्वारा निर्देशित एक टेलीविज़न शो में काम किया है यह इपिक चैनल पर आने वाली साप्ताहिक कॉमेडी धारावाहिक थी जिसका नाम 'रोज संडे' था।
मित्तल को अभिनय का जुनून है वह अभिनय के क्षेत्र में काम करते हुए किसी एक भूमिका के दायरे में नहीं बंधना चाहती। मुख्य पात्र हो या चरित्र अभिनेता का किरदार, वह हर प्रकार की भूमिका करना चाहती है। वह हर भूमिका को बेहतरीन बनाने की कला रखती है।
इसके अलावा मित्तल मौर्या एक प्रोफेसनल स्कूबा ड्राइवर रह चुकी है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा ट्रेनिंग भी ली है और प्रोफेसनली गोवा में काम भी किया है। साथ ही साथ अंडमान निकोबार में भी नौकरी की है। वह एक मार्शल आर्टिस्ट भी है। मित्तल को अलग और नए नए प्रकार के चैलेंजिंग काम करना बेहद पसंद है वह केवल एक दायरे में बंध कर काम नहीं करती। जिंदगी के पड़ाव में जो भी नया सीखने को मिलता है वह सीखाती भी है और उस काम को बेहतर ढंग से करके भी दिखाती है।
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