नई दिल्ली। क्रिकेट में हैट्रिक की बात सुनने को तो मिल जाती है, लेकिन हॉकी में ऐसा नहीं है. इस असंभव को संभव कर दिखाया है विश्वकप जीत के साथ हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने. मंगलवार 17 जनवरी को विज्ञान भवन दिल्ली में आयोजित पॉवर कॉरिडोर इंडियन अचीवर्स अवार्ड-2 के दौरान उक्त बातें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सम्मान देश और समाज के उन नायकों को दिया जाता है जिन्होंने अपने अथक परिश्रम से समाज को कुछ दिया वो समाज के लिए प्रेरणा का काम कर रहे हैं. इस दौरान पूर्व हॉकी खिलाडी अशोक ध्यानचंद, वरुण तिवारी प्रपौत्र सूबेदार मेजर बाले तिवारी ने कहा कि यह दोनों परिवार के साथ ही समस्त देशवासियों के लिए खुशी और गौरव के पल पल हैं. गौरतलब हो कि मेजर ध्यानचंद के हॉकी कोच सूबेदार मेजर बाले तिवारी के प्रपौत्र वरुण तिवारी बाले तिवारी फाउंडेशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में हॉकी को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं.
मेजर ध्यानचंद को मरणोपरांत पीसी इंडियन अचीवर्स अवार्ड हम सबके लिए गौरव की बात : वरुण तिवारी
नई दिल्ली। क्रिकेट में हैट्रिक की बात सुनने को तो मिल जाती है, लेकिन हॉकी में ऐसा नहीं है. इस असंभव को संभव कर दिखाया है विश्वकप जीत के साथ हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने. मंगलवार 17 जनवरी को विज्ञान भवन दिल्ली में आयोजित पॉवर कॉरिडोर इंडियन अचीवर्स अवार्ड-2 के दौरान उक्त बातें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सम्मान देश और समाज के उन नायकों को दिया जाता है जिन्होंने अपने अथक परिश्रम से समाज को कुछ दिया वो समाज के लिए प्रेरणा का काम कर रहे हैं. इस दौरान पूर्व हॉकी खिलाडी अशोक ध्यानचंद, वरुण तिवारी प्रपौत्र सूबेदार मेजर बाले तिवारी ने कहा कि यह दोनों परिवार के साथ ही समस्त देशवासियों के लिए खुशी और गौरव के पल पल हैं. गौरतलब हो कि मेजर ध्यानचंद के हॉकी कोच सूबेदार मेजर बाले तिवारी के प्रपौत्र वरुण तिवारी बाले तिवारी फाउंडेशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में हॉकी को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं.
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