रोज सुबह 5 बजे तानपुरा में रियाज़ करती है गीतांजलि राजगढ़िया
मुम्बई। हर किसी के मन में इच्छा रहती है कि वह कुछ ऐसा कार्य करे जिससे समाज में प्रतिष्ठा मिले। लेकिन जीवन में उपलब्धि हासिल करना आसान काम नहीं होता, इसके लिए अपने लक्ष्य को साधते हुए पूरी लगन के साथ धैर्यपूर्वक कठिन परिश्रम करना पड़ता है। और तब जाकर सफलता प्राप्त होती है।
जयपुर में हनुमान नगर, वैशाली नगर निवासी गीतांजलि राजगढ़िया बचपन से गीत संगीत के प्रति विशेष रुचि रखती है। हाल ही में उन्हें उनकी म्यूजिक टीचर डॉ. स्वाति सक्सेना के रेफरेंस से एक अलबम के लिए गाने का अवसर मिला। संगीतकार बिस्वजीत भट्टाचार्जी (बिबो) ने गीतांजलि राजगढ़िया की आवाज़ में मुम्बई स्थित सेवन हेवन रिकॉर्डिंग स्टूडियो में म्यूजिक वीडियो अलबम 'इश्कानी बारिश' के लिए एक गीत रिकॉर्ड किया। इस गीत को प्रीति श्रीवास्तव ने लिखा है। गाने के वीडियो डायरेक्टर सुजाद इकबाल खान, डीओपी लीला शेट्टी और निर्माता बिस्वजीत भट्टाचार्जी (बीबो) हैं। वहीं इस एलबम में गीतांजलि राजगढ़िया के साथ विनायक सोनी (भाभीजी घर पर हैं सीरियल फेम) अभिनय करते दिखाई देंगे। अलबम में अभिनय करने वाले कलाकारों की ड्रेस डिजाइनिंग श्वेता कोठारी ने की हैं तो वहीं म्यूजिक मेंटर डॉ स्वाति सक्सेना एवं लीगल एडवाइजर कूकडा एंड एसोसिएट्स मुम्बई हैं। इस अलबम के लिए परिधि राजगढ़िया ने पूरी टीम को विशेष धन्यवाद दिया है।
गीतांजलि की यह डेब्यू अलबम है। वह बचपन से संगीत सीखती आ रही है। उनकी दादी भी अच्छी गायिका हैं जिहोंने पंडित जसराज से संगीत की शिक्षा ग्रहण की है। गीतांजलि चार साल की उम्र से अपनी दादी से सीखती आ रही है। गीतांजलि ने ग्वालियर घराना से संगीत में विशारदा किया है। उसने डॉ स्वाति सक्सेना से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली। साथ ही वेस्टर्न क्लासिकल म्यूजिक में भी प्रशिक्षित हुई। इनके अलावा उसने शेफाली सक्सेना से भी सीखी है।
रही बात पढ़ाई की तो गीतांजलि ने नीरजा मोदी स्कूल, मानसरोवर जयपुर से अपनी शिक्षा पूरी की। स्कूल में म्यूजिक सब्जेक्ट में वह हमेशा फूल मार्क्स लाती थी। दर्शक संस्थान जयपुर में एक कल्चरल प्रोग्राम के म्यूजिक कॉम्पिटिशन में उसने अपकमिंग आर्टिस्ट का अवार्ड जीती।
स्कूल कॉलेज के दिनों गीतांजलि ने अपना म्यूजिक बैंड बनाया और खूब सिंगिंग की। दिल्ली के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद अब गीतांजलि लंदन में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही है।
वह रोज सुबह पांच बजे तानपुरा में रियाज करती है। लंदन में भी अपनी जारी रखी है।
गीतांजलि के पिता जयपुर में ही स्टोन के बिजनेस में हैं और मम्मी क्लाउड किचन चलाती हैं।
गीतांजलि सोशल वर्क में भी विशेष रुचि लेती है। समय समय पर वह अनाथ बच्चों के पास जाकर उन्हें संगीत सिखाती है।
- संतोष साहू
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