मुंबई। मल्टी-स्पेश्यलिटी हेल्थकेयर सेंटर और पिरोजशॉ गोदरेज फाउंडेशन के लाभार्थी गोदरेज मेमोरियल हॉस्पिटल ने भारत की पहली व्यापक जीनोम टेस्टिंग की पेशकश की है, जोकि व्यक्ति में 150 से ज्यादा चिकित्सकीय स्थितियों की संभावनाओं और आनुवांशिक लक्षणों की पहचान करती है। हॉस्पिटल ने आईआईटी बॉम्बे की एक हेल्थकेयर-टेक्नोलॉजी कंपनी हेस्टैकएनालीटिक्स के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत पूरी तरह से ऑटोमेटेड और एआई-आधारित एक बायो-इंफोर्मेटिक्स प्लेटफॉर्म पर विकसित एवं उपभोक्ता-केन्द्रित स्वास्थ्य समाधान ‘हेल्थ जीनोमीटर स्मार्ट प्लान’ लॉन्च किया गया है। यह प्रिवेंटिव स्वास्थ्य रक्षा समाधान पैथोलॉजिकल और जीनोमिक परीक्षणों के माध्यम से मौजूदा और भविष्य के स्वास्थ्य जोखिमों का विश्लेषण कर व्यक्ति की ज्यादा जोखिम वाली चिकित्सकीय स्थितियों का संपूर्ण दृश्य देगा।
हेल्थ जीनोमीटर स्मार्ट प्लान अपनी तरह का पहला प्रिवेंटिव हेल्थकेयर जीनोम परीक्षण है, जोकि पूरे एक्जोम के विश्लेषण में सहायता करता है, जिसमें 7000 से ज्यादा जीन्स होते हैं, ताकि बीमारी की संभावनाओं को समझा जा सके। यह परीक्षण स्वास्थ्य के जोखिमों को जाँचने से आगे बढ़कर 48 नैदानिक चिकित्सकीय स्थितियों को शामिल करता है, जैसे कि कैंसर, मधुमेह और दूसरी कार्डियोवैस्कुलर बीमारियाँ, जिन पर काम हो सकता है और यह सभी अनुशंसाओं के लिये संवेदनशीलताओं तथा लक्षणों की पहचान करता है।
इस परीक्षण के साथ जेनेटिक परामर्श और चिकित्सक से सलाह भी मिलती है और साथ ही जेनेटिक जाँच की तैयार रिपोर्ट, जिसमें निजी और पारिवारिक इतिहास होता है, ताकि प्रिवेंटिव हेल्थकेयर किफायती खर्च पर हो सके। इसे आईसीएमआर के डॉ. दीपक मोदी, गोदरेज मेमोरियल हॉस्पिटल के सीईओ, लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) डॉ. एल. सी. वर्मा, वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस. वी. कुलकर्णी, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. बोमन धाभर और उद्यमी तथा एक्टर छवि मित्तल की गरिमामयी उपस्थिति में लॉन्च किया गया है।
इस भागीदारी के हिस्से के तौर पर गोदरेज मेमोरियल हॉस्पिटल में लॉन्च हो रहे अन्य उत्पाद हैं टीबी होल जीनोम सीक्वेंसिंग परीक्षण और सेप्सिस के मरीजों के लिये जीनोमिक्स पर आधारित इंफेक्शियस स्क्रीनिंग टेस्ट। यह सभी जल्दी ही जीएमएच के मरीजों के लिये उपलब्ध होंगे।
गोदरेज मेमोरियल हॉस्पिटल के सीईओ, लेफ्टिनेंट कर्नल एल. सी. वर्मा ने कहा कि गोदरेज मेमोरियल हॉस्पिटल और हेस्टैकएनालीटिक्स के बीच गठजोड़ का परिणाम, व्यापक जीनोम स्क्रीनिंग टेस्ट प्रिवेंटिव हेल्थकेयर को किफायती बनाता है और ज्यादा लोगों को शीघ्र निदान और तेज उपचार में समर्थ बनाएगा और इस तरह देश की सेहत सुरक्षित रहेगी।
हेस्टैकएनालीटिक्स के सीईओ डॉ. अनिर्वन चटर्जी ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग जीवन में एक बार होती है और कैंसर, पैतृक मेटाबोलिक बीमारियों तथा पोषण के अभाव की बीमारियों का जोखिम आंकने में मदद कर सकती है और यह प्रिवेंटिव हेल्थकेयर के लिये एक नई खोज है। ये टेक्नोलॉजी व्यक्तिगत इलाज और दवाइयों के क्षेत्र में क्रांति लाएगी और हेल्थकेयर क्षेत्र में भविष्य में नए-नए आविष्कारों का मार्ग प्रशस्त करेगी। इस टेस्ट की कीमत 24,990 रुपये है।
Post a Comment