सिंगर ऋतु पाठक, सुनील पाल, निर्देशक मेहुल कुमार, संगीतकार दिलीप सेन, अली खान, दीपानारायण झा, एसीपी संजय पाटिल, बी एन तिवारी, अभिजीत राणे, ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड को भी मिला राष्ट्रीय रत्न सम्मान
मुम्बई। पिछले दिनों गणतंत्र दिवस के अवसर पर भव्य रूप से "राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2024" के तीसरे सीज़न का आयोजन कृष्णा चौहान ने मुम्बई के अंधेरी पश्चिम स्थित मेयर हॉल में किया। केसीएफ प्रस्तुत इस पुरस्कार समारोह में उन विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया गया जिन्होंने समाज सेवा और मानव सेवा में सराहनीय व उल्लेखनीय योगदान दिया है। कृष्णा चौहान फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस अवार्ड समारोह में कई हस्तियां मेहमान के रूप में मौजूद रहीं।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2024 से निर्माता निर्देशक धीरज कुमार, पार्श्व गायक कुमार शानू, संगीतकार इस्माइल दरबार (हम दिल दे चुके सनम, देवदास फेम), मेहुल कुमार (तिरंगा, क्रांतिवीर फेम), संगीतकार दिलीप सेन (ये दिल्लगी, अफलातून फेम), अभिनेता रमेश गोयल, अभिनेता अली खान, सिंगर ऋतु पाठक (जलेबी बाई फेम), सुनील पाल, दीपा नारायण झा, एसीपी संजय पाटिल, बीएन तिवारी, अभिजीत राणे, ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड, विनायक पाटिल, गणेश पचारने, रमेश गोयल, मधु मंगल दास, निर्देशक रंजन कुमार सिंह, राजू टांक, कार्तिक चेट्टी, डॉ अंजली दमनगांवकर, शीरीं फरीद, डॉक्टर एम डी पुजारी, डॉ सुरेश एन मुर्की, श्याम सुंदर सोनी, डॉ. मुस्तफा युसुफली गोम, अनिल काला, आदित्य राजकुमार गुप्ता, सोनिया सोनू गुप्ता, एक्ट्रेस दीप्ति तिवारी, एक्ट्रेस कियारा रावत, एक्ट्रेस पूजा पाण्डेय को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय रत्न सम्मान उन उत्कृष्ट व्यक्तियों और संगठनों की मान्यता और सम्मान में किया गया, जिन्होंने कर्तव्य की सीमा से ऊपर उठकर जीवन के अलग अलग क्षेत्र में बेमिसाल प्रदर्शन किया है।
मीडिया के क्षेत्र में यह अवार्ड अनिल अरोड़ा (दिल्ली), दिनेश कुमार, डॉ केवल कुमार, कृष्ण शर्मा, शशिकांत सिंह, नासिर तगाले, राजेन्द्र सिंह एस जडेजा, प्रमोद शर्मा, पराग जोशी, दिनेश परेशा, चन्द्र प्रकाश माझी को दिया गया।
आपको बता दें कि कृष्णा चौहान पिछले 20 साल से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। कोविड काल के दौरान उन्होंने जरूरतमंदों को राशन वितरित किया साथ ही भगवतगीता भी लोगों को भेंट किया। पिछले 4 -5 सालों से डॉ कृष्णा चौहान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर लोगों को भगवतगीता भेंट करते आ रहे हैं तो वहीं प्रति वर्ष लोगों को मिठाई देकर दीवाली का उत्सव मनाते हैं।
- संतोष साहू
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