नवी मुंबई। महाराष्ट्र सरकार के श्रम विभाग के अंतर्गत आने वाले बाष्पके संचालनालय द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी 'बॉयलर इंडिया 2024' का उद्घाटन आज श्रम विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती विनिता वेद सिंघल ने किया। यह प्रदर्शनी तीन दिनों तक चलेगी, जिसमें बॉयलर उद्योग से जुड़ी तकनीक, नए उपकरण और औद्योगिक सुरक्षा पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके लिए कई कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए हैं।
इस अवसर पर बॉयलर मैन्युफैक्चरिंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर (बीएमएमएस) का भी अनावरण किया गया। यह सॉफ्टवेयर बॉयलर उद्योगों में काम की प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और अधिक आसान बनाएगा। इस सॉफ्टवेयर से उत्पादन के हर चरण का रिकॉर्ड एक ही प्लेटफार्म पर रखा जा सकेगा, जिससे उत्पादकों और निरीक्षकों के बीच बेहतर तालमेल होगा। बीएमएमएस से न सिर्फ काम की गति बढ़ेगी बल्कि दस्तावेज़ों के प्रबंधन में भी आसानी होगी। यह तकनीक कामगारों की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।
उद्घाटन के बाद अपने भाषण में श्रम विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती विनिता वेद सिंघल ने कहा, "महाराष्ट्र न केवल भारत में, बल्कि दक्षिण अफ्रीका, मध्य पूर्व और यूरोप के बॉयलर उद्योगों में भी अग्रणी है।" उन्होंने यह भी बताया कि केन्या सरकार भारतीय बॉयलर नियम 1950 के आधार पर अपने केन्याई बॉयलर नियम बनाने के लिए महाराष्ट्र बाष्पके संचालनालय के साथ समझौता करने की इच्छुक है।
बाष्पके संचालनालय के निदेशक धवल अंतापूरकर ने बॉयलर उद्योग में रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में सबसे अधिक बॉयलर परिचारक और प्रचालन इंजीनियर प्रमाणित किए जाते हैं, जिससे राज्य में औद्योगिक सुरक्षा में काफी सुधार हुआ है। साथ ही, उन्होंने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर बाष्पके संचालनालय द्वारा किए गए सफल अभियानों की जानकारी भी दी।
बॉयलर इंडिया 2024 में 260 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया है। इस प्रदर्शनी में इटली, जर्मनी, यूके, चीन, स्वीडन, बेल्जियम और नीदरलैंड जैसे देशों के उद्यमियों ने भी हिस्सा लिया है। तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में ऊर्जा की जरूरतें और जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपायों पर विशेष चर्चा होगी। इसके अलावा, विभिन्न उद्योगों के विशेषज्ञ ईंधन रूपांतरण तकनीक और औद्योगिक कार्यक्षमता पर अपने विचार साझा करेंगे।
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