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1100 से अधिक क्लिनिशियन्स ने भाग लिया

नवी मुंबई। अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ने एसोसिएशन ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन्स ऑफ इंडिया (एसीआरएसआई) और नवी मुंबई सर्जिकल सोसाइटी (एनएमएसएस) के सहयोग से नवी मुंबई में अपने अस्पताल में कोलोप्रोक्टोलॉजी कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। जनरल लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नितीश झावर द्वारा आयोजित कार्यशाला में दस कोलोरेक्टल सर्जरी के लाइव डेमोंस्ट्रेशन दिखाए गए, जिससे इस क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों पर प्रकाश डाला गया। इसमें 250 से अधिक प्रतिनिधियों ने इनसाइट और 830 ने ऑनलाइन भाग लिया, कुल मिलाकर 1,100 से अधिक क्लीनीसियंस कार्यशाला में शामिल हुए।

कोलोप्रोक्टोलॉजी कोलोन, रेक्टम और मलद्वार की कैंसर के अलावा दूसरी बीमारियों के प्रबंधन और उपचार से संबंधित है। बवासीर, एनल फिशर, फिस्टुला, पुरानी कब्ज, पॉलीप्स, डायवर्टिकुलर बीमारी और एनोरेक्टल घाव जैसी बीमारियां इस श्रेणी में आती हैं। इन बीमारियों से जाने के लिए कोई खतरा नहीं हैं, लेकिन उनसे गंभीर असुविधा पैदा हो सकती है और व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता पर बुरा असर डाल सकती हैं।

मेडिकल प्रौद्योगिकी में प्रगति ने निदान के बेहतर उपकरण और न्यूनतम इन्वेसिव सर्जिकल तकनीकों को उपलब्ध कराया है, जिनसे कम से कम समय में रिकवरी और मरीज़ के लिए बेहतर परिणामों के साथ प्रभावी उपचार में मदद मिलती है। इससे इन स्थितियों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना संभव है। अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई में कार्यशाला जैसी शैक्षिक पहल, इन नई तकनीकों में सर्जनों को प्रशिक्षित करने में मदद करती है। मरीज़ों को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने में इस तरह की पहल महत्वपूर्ण है। 

डॉ. नितीश झावर (जनरल, लेप्रोस्कोपिक-रोबोटिक सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई) ने कहा,"बेनिग्न कोलोप्रोक्टोलॉजी सर्जिकल वर्कशॉप कोलोरेक्टल सर्जरी में न्यूनतम इन्वेसिव प्रक्रियाएं और लेज़र सर्जरी जैसी उन्नत तकनीकों को प्रदर्शित करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुआ। 1,100 से अधिक प्रतिनिधियों ने कार्यशाला का लाभ लिया, जिनमें से 250 से अधिक ऑनसाइट और 830 ऑनलाइन शामिल हुए। लाइव सर्जरी करना, साथी सर्जनों के साथ जानकारी, विचार साझा करना और रोगी देखभाल को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक को अपनाने के महत्व पर जोर देना एक विशेष अनुभव था।"  

अरुणेश पुनेथा (वेस्टर्न रीजन-रीजनल सीईओ, अपोलो हॉस्पिटल्स) ने कहा, "अपोलो हॉस्पिटल्स में, हम लगातार सीखने और सहयोग के ज़रिए नवाचार को बढ़ावा देने और मरीज़ों की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कोलोप्रोक्टोलॉजी सर्जिकल वर्कशॉप की सफलता मेडिकल प्रगति में हमारे अग्रणी बने रहने का एक उदाहरण है, इस मेडिकल प्रगति में मरीज़ों को लाभ प्रदान करने की क्षमता है। इस तरह के शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन करके, हम मेडिकल फ्रैटर्निटी को नवीनतम सर्जिकल तकनीकों से अपडेट रहने में मदद करते हैं, जिससे हर समय मरीज़ों को बेहतर  परिणाम मिलते हैं।"

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