मुंबई। महानगर के परेल स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर परिसर में "जय श्रीराम" कहने वालों में ही महज 20 से 50 रूपये का भोजन वितरित किया गया, जिसने "जय श्रीराम" नहीं कहा उसे कतार से बाहर करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस मामले का वीडियो सोशल मिडिया वायरल है, इस मामले में तरह तरह की टिप्पणियां मुंबईकरों द्वारा की जा रही है। इस मामले को मंगल सिंह रघुवंशी ने गंभीरता से लेते हुए मुंबई पुलिस से मांग की है कि धार्मिक उन्माद फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि इस संसार का कोई भी धर्म इस तरह भेदभाव वाली बातों की इजाजत नहीं देता! मंगल सिंह रघुवंशी का कहना है कि इस मामले में पुलिस की खामोशी धार्मिक उन्मादों को बढ़ावा देने जैसा है? बता दें कि दशकों से इस हॉस्पिटल के आसपास सामाजिक संस्थाओं और मंदिर ट्रस्टों द्वारा भोजन वितरण का पवित्र कार्य किया जाता है।
सोशल मिडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार मुंबई के परेल स्थित कैंसर हॉस्पिटल, टाटा मेमोरियल सेंटर परिसर के जेरबाई वाडिया मार्ग के फुटपाथ पर "जय श्रीराम" कहने वालों को कुछ लोगों द्वारा भोजन का वितरण किया जा रहा था। जबकि "जय श्रीराम" नहीं कहने वालों को कतार से बाहर जाने को कहा जाता था। सोशल मीडिया के वायरल वीडियो के अनुसार एक मुस्लिम महिला से कहा सुनी के दौरान घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने भोजन वितरित करने वाले अग्रवाल बंधुओं से कई तरह के सवाल भी किये, लेकिन अग्रवाल अपनी बातों पर अटल रहा। "जय श्रीराम" बोलो तभी भोजन मिलेगा वरना नहीं दिया जायेगा। इस संबंध में धार्मिक विचारों और बुद्धिजीवियों सहित मुंबईकरों का कहना है कि जो भी महाशय ऐसा कर रहे हैं। यह सरासर गलत है, चूंकि इससे लोगों की भावनाओं पर विपरीत असर पड़ेगा। साथ ही इस तरह के मामलों की बातों से धार्मिक उन्माद बढ़ेगा। इस लिहाज से मुंबई पुलिस सहित राज्य सरकार को इस मामले में गंभीरता से लेनी चाहिए। ताकि देवी देवताओं की पावन भूमि पर अनर्थ न हो?
कैंसर के मरीजों से महज भोजन देने के नाम पर जय श्रीराम बोलवाने वाले मधुर अग्रवाल, महेश अग्रवाल और हरीश अग्रवाल के खिलाफ सोमवार 4 नवंबर 2024 को मंगल सिंह रघुवंशी ने अपने अधिवक्ता एस. आर. तिवारी के साथ जोन 6 के तिलक नगर पुलिस स्टेशन में दोपहर करीब साढ़े 3 बजे पहुंचे, उस समय स्टेशन हाउस में ड्यूटी पर तैनात पीएसआई सुनील अन्ना जाधव मौजूद थे। उन्होंने इस मामले को दर्ज करने के बजाए अधिवक्ता और रघुवंशी को बैरंग ही लौटा दिया। पुलिस के इस रवैये से आहत अधिवक्ता और मंगल सिंह रघुवंशी अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं।
गौरतलब है कि कैंसर हॉस्पिटल परिसर में परेल पूर्व स्थित जेरबाई वाडिया मार्ग के फुटपाथ पर कुछ लोगों द्वारा भोजन वितरण करने के नाम पर जबरन जाति विशेष के कैंसर मरीज या उसके परिजनों से जय श्रीराम बोलो की शर्त पर भोजन वितरित करना अनुचित है। वायरल वीडियो के अनुसार "जय श्रीराम" नहीं बोलने वालों को कतार से बाहर करना शर्मनाक है। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि इस कैंसर हॉस्पिटल में हर दिन दर्जनों सामाजिक संस्थाओं द्वारा जरूरतमंदों में भोजन के अलावा दवा, बाल मरीजों के लिए खिलौना आदि का भी वितरण किया जाता है। वहां ऐसी बातें नहीं होती। इस कैंसर हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में फिल्मी और राजनैतिक हस्तियां द्वारा भी कैंसर जैसी जानलेवा बिमारियों से जूझ रहे मरीजों की मदद की जाती है लेकिन ऐसा अब तक किसी ने भी नहीं किया।
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