0
80 दिव्यांगों का होगा ऑपरेशन और 350 का लिया माप, 15 दिव्यांगों को निःशुल्क व्हीलचेयर वितरित

मुंबई। नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में रविवार को मुंबई में दादर पूर्व निको हॉल, में निःशुल्क ऑपरेशन जांच-चयन और नारायण लिंब व केलिपर्स माप केम्प आयोजित हुआ। शिविर का उद्घाटन प्रमुख बिजनेसमैन भरत भाई वीरानी, शाखाध्यक्ष महेश अग्रवाल, समाजसेवी स्नेहलता अग्रवाल, प्रेम सागर गुप्ता, कमल लोढ़ा एवं संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल व ट्रस्टी देवेंद्र चौबिसा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर दिव्यांगों, उनके परिजन और मुंबई तथा दूर दराज से आये हुए 1100 से ज्यादा लोग उपस्थित थे। 
प्रमुख सहयोगी एवं बिजनेसमैन  भरतभाई वीरानी ने कहा कि आज मैं संस्थान की सेवाएं देखकर अभिभूत हूँ। अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल और पूरी टीम का अभिनंदन करता हूँ। कैलाश मानव के जीवन से हर व्यक्ति को प्रेरणा लेनी चाहिए। मानव जीवन में समाज और परिवार का साथ जरूरी है। उन्होंने अपनी तरफ से जो संभव होगा उसे देने का भरोसा दिलाया। 
मुंबई शाखाध्यक्ष ने कहा संस्थान दिव्यांगों को शारीरिक, सामाजिक, आर्थिक एवं बौद्धिक रूप से सशक्त बनाने के लिए जो प्रयास और कार्य कर रही हैं यह अतुलनीय है। 
समस्त अतिथियों को शिविर और प्रदर्शनी का निरीक्षण करवाया गया। इस दौरान मंचासीन अतिथि ने शिविर में आये दिव्यांगों के उदगार सुने और डॉक्टर टीम से उपचार और लाभ पहुंचाने की प्रक्रिया भी जानी। 
प्रारम्भ में संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने मंचासीन अतिथियों का मेवाड़ की परंपरा अनुसार अभिनंदन किया। साथ ही अग्रवाल ने संस्थान की निःशुल्क सेवाएं ऑपरेशन, नारायण लिम्ब लगाना, 5000 लोगों को रोज भोजन करना, आर्थिक रूप से असमर्थ 600 मजदूरों के बच्चों के लिए निःशुल्क नारायण चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल चलाना, सैकड़ों दिव्यांगों को स्वरोजगार के कंप्यूटर, मोबाइल, सिलाई, मेहंदी का प्रशिक्षण देना और उनका सामूहिक विवाह कर घर बसाने जैसे अनेक प्रकल्पों की जानकारी दी। शिविर में 15 दिव्यांगों को निःशुल्क व्हीलचेयर प्रदान की गई। 
निदेशक वंदना अग्रवाल ने रिपोर्ट बताते हुए कहा केम्प में कुल 502 रोगी आये। जिसमें सभी आयु वर्ग के महिला पुरुष व बच्चे थे।
शिविर प्रभारी एवं शाखा प्रभारी ललित लोहार व रमेश शर्मा ने कहा शिविर में आये दिव्यांगों को संस्थान की डॉक्टर व पीएंडओ टीम ने देखा। और 252 दिव्यांगों का नारायण लिंब हाथ -पैर और 101 जन का केलिपर्स लगाने के लिए मेजरमेंट लिया। करीब 80 दिव्यांग रोगियों का चयन शल्य चिकित्सा हेतु किया गया। इन सभी का निःशुल्क ऑपरेशन होगा। अग्रवाल ने कहा कास्टिंग और मेजरमेंट के लिए चयनित दिव्यांगों को करीब 2 से 3 माह बाद नारायण लिम्ब पुनः मुंबई में शिविर कर पहनाए जाएंगे। संस्थान द्वारा निर्मित ये नारायण लिंब गुणवत्ता युक्त है और वजन में हल्के हैं। उपयोग में टिकाऊ रहेंगे। संस्थान की 40 सदस्य टीम ने सेवाएं दी। आभार ट्रस्टी एवं निदेशक देवेंद्र चौबिसा ने जताया। 
बता दें कि नारायण सेवा संस्थान 1985 से नर सेवा-नारायण सेवा की भावना से काम कर रहा है। संस्थापक कैलाश मानव को राष्ट्रपति महोदय ने मानव सेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। संस्थान के अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल दिव्यांगों के लिए मेडिकल, शिक्षा, कौशल विकास और खेल अकादमी के माध्यम से मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक दृष्टि से मजबूत कर लाखों दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में ला चुके हैं। वर्ष 2023 में अग्रवाल को राष्टृपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। संस्थान अब तक 40 हजार से अधिक कृत्रिम अंग लगा चुका है। संस्थान महाराष्ट्र के लाखों दिव्यांगों को निःशुल्क कृत्रिम अंग प्रदान कर उनकी रुकी जिन्दगी को फिर से शुरू करने के लिए प्रयास करेगा। स्थानीय दानीजनों के सहयोग से यह संभव होने की उम्मीद है।

Post a Comment

 
Top